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टीकमगढ़ मेरा छोटा ही सही

कड़वा चाहे नीम
पर चन्दन से कम नहीं
टीकमगढ़ मेरा छोटा ही सही
पर लंदन से कम नहीं;!

नेता है यहा हजारो ,
पर "हम"जैसा कोई नहीं ।
" टीकमगढ़ "का चटपटा खाना ,
पूरे विश्व मे कही नहीं ।

हर छोटी बड़ी बाते होती है यहा ,
पर प्यार से रहते सभी धर्म यहा ।
लेकिन दुनिया के नक्शे मे,
है चमकता मेरा  टीकमगढ़ वहा ।

कहते मेरे टीकमगढ़ को ,
।। रामराजा ।। की पावन नगरी
जहा पर बस्ती है ,
हर संस्कृति की डगरी ।

खाने मे अच्छी लगती है टीकमगढ़ की रस की गुजिया।  किला  टीकमगढ़ है विश्व प्रसिद्ध ,
मेरा टीकमगढ़ किसी से कम नहीं है ये सिद्ध ।

कुंढेसवर मंदिर। तालाब के घाट ,
मित्र और परिवार मिलके काटे हर रात ।
और भी ढेरो चिज़े है देखने को मेरे "  " टीकमगढ़ मे।
पर मे बयां नहीं कर सकता हु मेरे इन चंद शब्दो मे।

मेरे  टीकमगढ़ की है बात प्यारी और निराली ,
मेरे  टीकमगढ़ की बोली है भी बड़ी निराली ।
जो भी देखे मेरे  टीकमगढ़ को यही का हो जाय ,
बस हर जगह मेरा  टीकमगढ़ अपनी छवि छोड़ जाये।
बोलो गणपति  बप्पा  मोरया
जय मध्य प्रदेश
जय  टीकमगढ़

साभार

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